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Nitin Gadkari again suggested for bio fuels, says increasing fuel prices are agitating people. | Petrol-Diesel की बढ़ती कीमतों से ऐसे मिलेगी राहत! Nitin Gadkari ने सुझाया रास्ता!

नई दिल्ली: Nitin Gadkari on Petrol Diesel: देश में पेट्रोल और डीजल के दाम अब उस स्तर पर जा चुके हैं जहां पर लोगों के मन में अब गुस्सा भर चुका है. सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी ये बात मानी है कि पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ने से लोग नाराज हैं. तेल के दाम बढ़ने का असर समाज के हर वर्ग पर पड़ा है, चाहे उसके पास कोई गाड़ी हो या न हो.

पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से लोग नाराज

‘नितिन गडकरी हमेशा से ही ग्रीन फ्यूल्स जैसे LNG, CNG और एथनॉल की वकालत करते हैं. उन्होंने एक बार फिर जोर देकर कहा है कि अल्टरनेटिव ईंधन के इस्तेमाल से ही लोगों को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. अभी लोग पेट्रोल और डीजल के बेतहाशा दाम बढ़ने से काफी नाराज हैं.गडकरी ने कहा कि कि देश में पेट्रोल, डीजल और पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के इम्पोर्ट पर लगभग 8 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं जो एक बड़ी चुनौती है.

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वैकल्पिक फ्यूल के इस्तेमाल से मिलेगी राहत

नितिन गडकरी ने रविवार को महाराष्ट्र के नागपुर में देश की पहली कमर्शियल लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) सुविधा का उद्घाटन करते हुए कहा कि LNG, CNG या एथनॉल जैसे अल्टरेनट बायो फ्यूल्स का इस्तेमाल बढ़ाने से पेट्रोल के बढ़ते दामों से राहत मिलेगी. अभी लोग पेट्रोल और डीजल के बेतहाशा दाम बढ़ने से काफी नाराज हैं. गाड़ियों में फ्यूल के तौर पर एथनॉल के इस्तेमाल के फायदे पर गडकरी ने कहा कि पेट्रोल के मुकाबले कम कैलोरिफिक वैल्यू के बावजूद इससे कम से कम 20 रुपये प्रति लीटर की बचत करने में मदद मिलेगी.

फ्लेक्स फ्यूल पर नीति जल्द

नितिन गडकरी इसके पहले भी फ्लेक्स फ्यूल की वकालत कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि भारत में ऑटो मैन्यूफैक्चरर्स के लिए ऐसे इंजन बनाना अनिवार्य किया जाएगा जो  Flexible Fuel को सपोर्ट करते हों. गडकरी ने कहा कि उनका मंत्रालय अल्टरनेटिव फ्यूल्स पर लगातार काम कर रहा है. ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स, विशेषतौर पर टू-व्हीलर्स और फोर-व्हीलर्स के लिए फ्लेक्स इंजन बनाने को अनिवार्य करने पर तीन महीने में फैसला किया जाएगा. सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ये भी कहा था कि इस वैकल्पिक ईंधन की कीमत 60-62 रुपये प्रति लीटर होगी, जबकि पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से भी ज्यादा है. इसलिए एथनॉल के इस्तेमाल से देश के लोग प्रति लीटर 30-35 रुपये की बचत कर पाएंगे. फ्लेक्स फ्यूल पर सरकार एक नीति जल्द ही लेकर आने वाली है.

चारों मेट्रो शहरों में पेट्रोल 101 रुपये के पार

आपको बता दें कि पेट्रोल और डीजल के दाम देश के कई राज्यों में 100 रुपये प्रति लीटर के पार जा चुके हैं. इस एक साल में ही पेट्रोल 20 रुपये से ज्यादा महंगा हो चुका है. चार मेट्रो शहरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में पेट्रोल 101 रुपये के पार है. जिस तरह के कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं, आगे भी कीमतें कम होने के आसार नहीं दिख रहे हैं.

GST में लाने का सुझाव ठंडे बस्ते में

हालांकि इसी साल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोलियम प्रोडक्ट को GST के दायरे में लाने की बात भी कही थी, उन्होंने कहा था कि अगर सभी राज्य इस प्रस्ताव को लेकर आते हैं कि GST के दायरे में पेट्रोल-डीजल को किया जाए तो ऐसा किया जा सकता है. लेकिन इसके आगे बात नहीं बढ़ सकी.

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