आवास ऋण यानी होम लोन की दरें कई दशक के निचले स्तर पर हैं, लेकिन इनमें वृद्धि की शुरुआत हो गई है। निजी क्षेत्र के कोटक महिन्द्रा बैंक ने पिछले दिनों होम लोन की ब्याज दरों में इजाफा किया है। कई अन्य बैंक की इस तरह का कदम जल्द उठा सकते हैं। ऐसा होने से आप पर ईएमआई का बोझ बढ़ सकता है, जिससे आपके घर का बजट बिगड़ सकता है। तय ब्याज दरों के साथ कुछ अन्य विकल्प मौजूद हैं जिनके जरिये दरें बढ़ने पर भी ईएमआई का बोझ घटा सकता हैं।
तय दरों का विकल्प देखें
बैंक होम लोन दो तरह की दरों पर देते हैं। इसमें पहली है परिवर्तित दरें और दूसरे तय दरें। परिवर्तित दरों में ब्याज दरें घटने या बढ़ने पर बदलाव होता रहता है। जबकि तय दरों में बदलाव का असर नहीं होता है। हालांकि, तय ब्याज दरों के विकल्प बेहद सीमित हैं। इसके अलावा तय दरें परिवर्तित दरों से ऊंची होती हैं। उदाहरण के लिए एचडीएफसी 6.80 फीसदी की परिवर्तित दर पर होम लोन दे रहा है। वहीं 7.45 फीसदी तय दर पर होम लोन दे रहा है। इस तरह तय दर करीब 0.65 फीसदी ऊंची है।
बचत को अभी से निवेश करें
वित्तीय सलाहकारों का कहना है कि मौजूदा होम लोन की ब्याज दरों से करीब दो फीसदी ऊंची दर का अनुमान लगाकर अभी से बचत करें। यानी अभी 6.80 फीसदी दर पर होम लोन लिया है तो यह मानकर चलें आप 8.80 फीसदी ब्याज चुका रहे हैं। इसके बाद इस अंतर की राशि को अभी से निवेश करना शुरू कर दें। इसका लाभ यह होगा कि जब ब्याज दरें बढ़ेंगी तो उस स्थिति में घर के बजट में कटौती किए बिना ईएमआई आसानी से चुका सकेंगे।