जालंधर (वैभव बंसल ब्यूरो चीफ): हंसराज महिला महाविद्यालय, जालंधर में एच.एम.वी. एल्मुनाई वैलफेयर एसोसिएशन के सहयोग से ई – पुनर्मिलन -2021 का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था परंपरानुसार डी.ए.वी. गान से किया गया। इस उपरान्त कार्यक्रम आयोजक समिति की ओर से समस्त गणमान्य एलुमनाई सदस्यों का सहृदय स्वागत किया गया।
प्रिंसिपल डॉ. अजय सरीन (मुख्यसंरक्षक, एच.एम.वी. एलुमनाई संगठन) ने अपने वक्तव्य में समस्त गणमान्य एलुमनाई सदस्यों का सस्नेह स्वागत किया एवं एलुमनाई सदस्यों द्वारा सदैव मिले सहयोग, स्नेह विशेष कर कोविड -19 के दौर में, के प्रति सह्रदय से विशिष्ट आभार व्यक्त किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि निश्चय ही एलुमनाई सदस्यों की संस्कृति आगे नवपीढ़ियों में प्रेषित होगी।
उन्होंने परमपिता परमात्मा से सर्व मंगल की कामना की ताकि हम सब मिलकर इस संस्था को आगे ले जाने में प्रयास गत रहे। इसी श्रृंखला में रश्मि खुराना (संरक्षक, एच.एम.वी. एलुमनाई संगठन) ने अपने वक्तव्य में कहा कि एच.एम.वी. संस्था नहीं बल्कि एक संस्कृति है। जिस संस्कृति को हम आगे फैलाने हेतु वचनबद्ध हैं। उन्होंने नव निर्मित विशिष्ट सदस्यों की कमेटी को बधाई दी एवं कहा कि एच.एम.वी. संस्था हमारी मातृ भूमि है जिसके प्रतिहम समर्पित है।
एच.एम.वी. एलुमनाई संगठन की प्रधान सरविन्दर कौर ने संस्था के प्रति अपना आभार व्यक्त किया एवं कहा कि एच.एम.वी. संस्था केवल हमें शिक्षित ही नहीं करती बल्कि हमें एक उत्तम मानव बनाकर हमारे व्यक्तित्व को परिष्कृत करती है। उप प्रधान किरणप्रीत कौर ने भी संस्था के प्रति पूर्ण भाव व्यक्त किए एवं संस्था द्वारा शिक्षा सहित एक उत्तम, विशिष्ट आकार प्रदान करने हेतु आभार व्यक्त किया।
इस शुभ अवसर पर रेडियो टीवी होस्ट कल्कार, कैनेडा से ज्योति शर्मा की एलबम ‘मिसयू’ का विमोचन किया गया कोविड -19 के चलते टीकाकरण के प्रति जागृत करने के लिए विभाराणा और एच.एम.वी. के म्यूजिक विभाग ने एक वीडियो का उद्घाटन किया डॉ. नीलम सेठी द्वारा स्वरचित कविता सशक्त नारी प्रस्तुत कर संस्था से जुड़ने पर आभार व्यक्त किया। डॉ. सरला भारद्वाज (पूर्व संस्कृत विभागाध्यक्षा) ने भी अपनी स्वरचित कविता प्रस्तुत की एवं संस्था के प्रति अप्रितम भाव व्यक्त किए।
इसी श्रृंखला में रविन्दर बेदी जी ने एक गीतप्रस्तुत कर अपने अंतःमन के भाव व्यक्त किए । डॉ . कुलविन्दर कौर जी ने अपनी सुनहरी यादें सांझा की विन्नी कालिया जोशी ने भी गीत एवं अपनी स्मृतियां सांझी की। इसी अवसर पर बीनू राजपूत (दस्तावेजी फिल्म निर्माता व निदेशक सह अध्यक्ष एलुमनाई संगठन) द्वारा निर्मित लघु फिल्म ‘पुराने लम्हे’ प्रस्तुत की गई। इसी उपलक्ष्य में रचना पुरी ने गीत प्रस्तुत कर अपने स्नेह भाव व्यक्त किए। समस्त कार्यक्रम का आयोजन दीपशिखा, डॉ. ज्योति गोगिगा, काजलपुरी, शिफाली कश्यप के संरक्षण में किया गया। मंच संचालन डॉ. ज्योति गोगिआ ने संभाला समागम के अंत में दीपशिखा एवं काजल पुरी ने समस्त सहयोगी सदस्यों के प्रतिविशिष्ट आभार व्यक्त किया।