नई दिल्ली: भारत में काम कर रहे नेपाल मूल के प्रवासी कामगारों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल आरबीआई ने कामगारों के नेपाल में नकदी भेजने की सीमा को 50 हजार से बढाकर 2 लाख कर दिया है। भारत में काम कर रहे नेपाली मूल के प्रवासी कामगारों की आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान देने के साथ, भारत-नेपाल प्रेषण सुविधा योजना (योजना) मई 2008 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा भारत से नेपाल के लिए सीमा पार प्रेषण (प्रवासियों द्वारा अपने देश में भेजा जाने वाला धन) के विकल्प के रूप में शुरू की गई थी।
इससे पहले इस तरह के प्रेषणों के लिए देश में राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) के माध्यम से एक वर्ष में अधिकतम 12 प्रेषण के साथ 50,000 रुपये प्रति प्रेषण की सीमा तय की गई थी। अभी लाभार्थी को नेपाल में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की सहायक कंपनी, यानी नेपाल एसबीआई बैंक लिमिटेड (एनएसबीएल) या एजेंसी व्यवस्था के माध्यम से बनाए गए उसके बैंक खाते में क्रेडिट के माध्यम से नेपाली रुपये में धन प्राप्त होता है।