बुजुर्गों को ज्यादा समय तक काम करने की इजाजत मिले
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद ने सरकार को रिटायमरेंट की उम्र बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है. परिषद का कहना है कि बेहतर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से अनुमानित जीवन काल में बढ़ोतरी जारी रहने की उम्मीद है. परिषद का कहना है कि बुजुर्ग लोगों को भी उनकी पिछली पीढ़ी के मुकाबले ज्यादा समय तक काम करने की इजाजत मिलनी चाहिए.ये भी पढ़ें- इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर को लेकर नियम हुए और आसान, अब जरूरी नहीं होगा परमिट, किराए पर देकर कर सकेंगे कमाई
धीरे-धीरे बढ़ानी चाहिए रिटायरमेंट की उम्र
बुधवार को जारी इकोनॉमिक एडवाइजरी काउंसिल की रिपोर्ट में कहा गया है कि रिटायरमेंट की उम्र को चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाना चाहिए, क्योंकि भारत युवाओं का देश है और यहां कामकाजी आबादी बहुत ज्यादा है. परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने से मौजूदा कर्मचारियों की जरूरतों और नौकरियों की उपलब्धता से समझौता किए बिना बुजुर्ग लोगों के लिए रोजगार के मौके बनते हैं.
कौशल विकास के लिए पॉलिसी बने
रिपोर्ट में कहा गया है कि कामकाजी उम्र की आबादी को बढ़ाने के लिए भी सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाने की जरूरत है, या यह सामाजिक सुरक्षा प्रणाली पर दबाव को कम नहीं कर सकता है और देश के लिए इसे हासिल करना मुश्किल है. रिपोर्ट में 50 साल से ऊपर के व्यक्तियों के स्किल डेवलपमेंट की बात भी कही गई है. रिपोर्ट में कहा गया है केंद्र और राज्य सरकारों को ऐसी नीतियां बनाई जानी चाहिए जिससे उनका कौशल विकास किया जा सके. इस प्रयास में असंगठित क्षेत्र, दूरदराज के इलाकों में रहने वाले, रिफ्यूजी, प्रवासियों को भी शामिल किया जाना चाहिए जिनके पास ट्रेनिंग हासिल करने के साधन नहीं होते हैं.
कहां सबसे ज्यादा बुजुर्ग
इकोनॉमिक एडवाइजरी काउंसिल की ओर से दी गई रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान वृद्ध राज्यों की लिस्ट में सबसे ऊपर है, इसके बाद सबसे ज्यादा बुजुर्ग लोगों की आबादी महाराष्ट्र और बिहार में है. जबकि अपेक्षाकृत वृद्ध राज्यों की कैटेगरी में हिमाचल टॉप पर है, इसके बाद नंबर आता है उत्तराखंड और हरियाणा का. रिपोर्ट में 50 लाख या इससे ज्यादा आबादी वाले वृद्ध राज्य और 50 लाख से कम आबादी वाले को अपेक्षाकृत वृद्ध राज्य कहा गया है. बुजुर्ग लोगों के लिए काम करने वाली संस्था Help Age International की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत की कुल आबादी का 10% (लगभग 139 मिलियन लोग) 2019 तक 60 वर्ष से अधिक आयु के थे, 2050 तक ये आंकड़ा 19.5% तक हो जाएगा. ऐसे में देश में हर 5 में से एक व्यक्ति सीनियर सिटिजन होगा. ये भी पढ़ें- SpiceJet के यात्री सफर के दौरान ही बुक कर सकेंगे टैक्सी, टिकट में डिस्काउंट भी मिलेगाLIVE TV