संपत्ति सलाहकार जेएलएल इंडिया का मानना है कि राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ रियल एस्टेट का विकास कर बिल्डर और संभावित निवेशक 15 फीसद से अधिक रिटर्न या प्रतिफल प्राप्त कर सकते हैं। जेएलएल इंडिया ने सोमवार को बयान में कहा कि सरकार राजमार्ग नेटवर्क के लिए विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा और संबंधित सेवाएं उपलब्ध कराने पर ध्यान दे रही है।
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परामर्शक ने कहा कि राजमार्गों के साथ अन्य सुविधाओं के अलावा वाणिज्यिक स्थल, भंडारगृहों और लॉजिस्टिक्स पार्कों और यात्रियों के लिए सुविधाओं मसलन रेस्तरां, फूड कोर्ट, खुदरा आउटलेट्स और इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशनों का विकास करने की जरूरत है। जेएलएल इंडिया ने बयान में कहा, ”देशभर में राष्ट्रीय राजमार्ग रियल एस्टेट विकास अवसरों की पेशकश करते हैं। इनके विकास पर बिल्डरों को 15 फीसद का रिटर्न मिल सकता है।
इन संपत्तियों पर निवेशकों की नजर
परामर्शक ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने 22 राज्यों में 650 से अधिक संपत्तियों की पहचान की है। इनके तहत अगले पांच साल में निजी क्षेत्र की भागीदारी के साथ कुल मिलाकर 3,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र का विकास किया जाना है। इनमें से 94 साइट दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर, 376 निर्माणाधीन नए राजमार्गों/एक्सप्रेसवे पर और 180 राजमार्गों के मौजूदा नेटवर्क में हैं।
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